मई के महीने में भीषण बारिश , जरूर किसी ने आसमां का दिल दुखाया होगा ?
गोंदिया सामान्य तौर पर मई महीने के शुरुआत से धीरे-धीरे तपिश के साथ पारा बढ़ता जाता है लेकिन इस वर्ष बेमौसम बारिश का कहर जारी है।
शनिवार 8 मई की शाम तेज धूप के बाद अचानक आसमान काले बादलों से घिर गया।
तकरीबन 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी तूफान मैं गरीबों के घरों के छप्पर और टीन शेड उड़ गए जबकि पक्के घरों के स्लैब पर रखी पानी की टंकियों के ढक्कन तेज हवाओं में उड़कर गली- सड़कों पर आ गिरे।
जिले के ग्रामीण इलाकों के किसानों के घर आंगन में दर्जनों पेड़ उखड़ गए वही मवेशी गोठे क्षतिग्रस्त हो गए।
शहर तथा गांव में विद्युत पोल पर पेड़ धराशाई होकर गिरने से कई इलाकों में देर रात तक बिजली गुल रही और क्षेत्र के बाशिंदों ने रात मच्छरों के बीच करवट बदल- बदल कर गुजरी।
सड़कों के चौराहों पर लगे होर्डिंग और पोस्टर ताश के पत्तों की तरह उड़ कर सड़कों पर बिखर गए जिससे यातायात प्रभावित हुआ।
कुदरत की विनाशलीला ने शनिवार रात तक जबरदस्त कहर बरपाया , तेज आंधी तूफान और झमाझम बारिश के बीच आसमान से बिजली कड़कती रही।
इस भीषण बारिश ने गोंदिया नगर परिषद के सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी नालियां कचरा से पटी पड़ी होने की वजह से बारिश का गंदा काला पानी सड़कों पर बहने लगा।
जलभराव की स्थिति से शहर के कई निचले इलाकों की बस्तियों में पानी जमा हो गया।
मौसम विभाग ने दी थी चेतावनी , फसलें हुई प्रभावित
गौरतलब है कि मौसम विभाग ने पहले ही ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी जारी करते हुए जिले के नागरिकों को आगाह किया था कि तेज हवाओं के साथ कहीं भीषण तो कहीं मध्यम बारिश होगी।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटीक साबित हुई इस बिगड़ैल मौसम के चलते हल्की सर्दी महसूस की जा रही है ।
आज 9 मई रविवार सुबह से कभी धूप तो कभी आसमान में बदली छाई है इस दौरान बारिश और बूंदाबांदी के आसार बने हुए हैं।
मई के महीने में लगातार हो रही बारिश ने किसानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं जिन किसानों के खेतों में साग- सब्जी , फूल-फल और तिलहन की फसलें लगी है उनके खेत खलियानों में बारिश का पानी जमा होने से फसलों को नुकसान हुआ है।
प्रभावित फसलों और कच्चे घरों की क्षति का मुआयना करने विधायक विनोद अग्रवाल गोंदिया विधानसभा क्षेत्र के ग्राम देवरी , नवेगांव , सोनबिहरी में पहुंचे तथा तहसीलदार , मंडल अधिकारी , पटवारी को नुकसान की पंचनामा रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश देते शासन को आर्थिक मुआवजे के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजने को कहा , सरकार की मंजूरी के बाद प्रभावितों को फसल और कच्चे मकानों की क्षति पहुंचने के मुआवजे का रास्ता साफ होगा , इस दौरान गांव के सरपंच , उपसरपंच और कृषि सहायक उपस्थित थे।
रवि आर्य
Source link