मूक प्राणियों के लिये जलकुंड लगाना प्रेरणादायी कार्य- विधायक मोहन मते - Expert News

मूक प्राणियों के लिये जलकुंड लगाना प्रेरणादायी कार्य- विधायक मोहन मते


पुलक मंच परिवार और अमरस्वरूप फाउंडेशन का उपक्रम

नागपुर : गर्मी की चिलचिलाहट के हर किसी व्यक्ति को प्यास लगती हैं. मूक प्राणी बोल नहीं सकते. प्यास लगने के बाद लंबी दूरी पर पानी ढूंढना पड़ता हैं. इस उद्देश्य लेकर अखिल भारतीय पुलक मंच परिवार नागपुर और अमरस्वरूप फाउंडेशन ने मूक प्राणियों के लिये पीने के पानी के 151 जलकुंड लगाने का संकल्प किया हैं. मूक प्राणी पानी के लिये तड़पे नहीं.

इसीलिए जैन धर्म के 12 वे तीर्थंकर वासुपूज्य स्वामी के जन्म और दीक्षा कल्याणक महोत्सव पर मूक प्राणियों के लिये जलकुंड का लोकार्पण दक्षिण नागपुर के विधायक, पुलक मंच परिवार के मार्गदर्शक मोहन मते के करकमलों द्वारा सीमेंट के जलकुंड का लोकार्पण हुआ. अमरस्वरूप फाउंडेशन के विश्वस्त, पुलक मंच परिवार के संरक्षक मनीष मेहता, श्री. दिगंबर जैन सेनगण मंदिर के अध्यक्ष सतीश जैन पेंढारी, भाजपा नेता हरीश जैन हिकावत के प्रमुख उपस्थिती में हुआ. नागपुर में जलकुंड लगाना शुरू हो गया हैं. नगर के जिस व्यक्ति को चाहे उसे निःशुल्क उपलब्ध किया जा रहा हैं शर्त यह हैं कि उस व्यक्ति को जलकुंड में पानी भरना और स्वच्छ रखना, साफसफाई रखना हैं. पुलक मंच परिवार के महावीरनगर कार्यालय में लोकार्पण किया गया. प्रथम जलकुंड कोणार्क श्रीराम केशरवानी को दिया गया.

इस अवसरपर विधायक मोहन मते ने कहा जलकुंड शहर में लगाना प्रेरणादायी कार्य हैं. पुलक मंच परिवार के कार्य बहुत अच्छे हैं. मैं जन्म से नहीं, कर्म से जैन हूं. मुझे याद हैं पुलक मंच परिवार ने दो वर्ष पूर्व मेरे घर के पास दो जलकुंड लगाये थे, आज वहां गौमाता पानी पीने के लिये आती हैं. जैन आचार्य के आशीर्वाद से पुलक मंच परिवार प्रभावशाली कार्य कर रहा हैं. मुझे पुलक मंच परिवार के अनेक कार्यों में आने का मौका मिला हैं. गर्मी में पुलक मंच परिवार ने मूक प्राणियों का विशेष ध्यान रखा हैं. इस जलकुंड के माध्यम से मूक प्राणियों को पानी उपलब्ध होगा, बहुत अच्छा सराहनीय प्रकल्प हैं. समारोह का संचालन और प्रस्तावना पुलक मंच परिवार के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष मनोज बंड ने किया.

समारोह में शाखा अध्यक्ष शरद मचाले, कुलभूषण डहाले, प्रकाश उदापुरकर, अनंतराव शिवणकर, नरेश मचाले, प्रशांत सवाने, रमेश उदेपुरकर, दिलीप सावलकर, अनिल गवारे, अतुल महात्मे, महेश सव्वालाखे, आशिष नागपुरे, संजय नखाते, श्रीधर आड़े, सिध्दांत नखाते, राहुल महात्मे, प्रशांत आलसेट, डॉ. चंद्रनाथ भागवतकर, अमोल भुसारी, दत्ता शिर्के, संदीप पंडित, निर्मल शाह, राहुल मोहर्ले, दीपक लामसोंगे आदि उपस्थित थे.



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