ढाबों पर आबकारी विभाग की दबिश , अवैध शराब बिक्री के मामले दर्ज
गोंदिया होटल और ढाबों पर खाना खाने आने वाले ग्राहकों को शराब पिलाना कानूनी अपराध है बावजूद इसके गोंदिया जिले में हाईवे से लेकर चौक-चौराहों और शहर के आसपास के ढाबों पर अवैध शराब बिक्री का गोरखधंधा धड़ल्ले से जारी है।
मजे की बात यह है कि इन ढाबों के बाहर नो-वाईन यानी भीतर बैठकर शराब पीना सख्त मना है जैसे बोर्ड लगे हैं और अंदर जाम छलकाए जा रहे है ।
गोंदिया शहर से सटे ढाबों पर अवैध रूप से शराब परोसी जा रही है तथा आबकारी विभाग और पुलिस , कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं करवा पा रहे।
इन ढाबों पर बेची जा रही शराब असली है या नकली ? इसलिए पीने वालों के लिए यह खतरनाक भी हो सकती है , इस बात की लिखित शिकायत गोंदिया जिला बार एसोसिएशन ने करते हुए इस संदर्भ में पालक मंत्री अनिल देशमुख , जिलाधिकारी दीपक कुमार मीणा सहित सांसद प्रफुल्ल पटेल , विधायक विनोद अग्रवाल , पुलिस अधीक्षक विश्व पानसरे को ज्ञापन प्रेषित किया था ।
एक सप्ताह पूर्व एक्साइज विभाग ने ढाबों को जारी किए थे नोटिस
गौरतलब है कि लंबे समय से गोंदिया बार एसोसिएशन की ओर से ढाबों पर अवैध शराब बिक्री की शिकायतें की जा रही थी इसको देखते हुए आबकारी विभाग स्टाफ की कमी बताकर कार्रवाई से पल्ला झाड़ रहा था तथा सप्ताह भर पूर्व एक्साइज विभाग ने सभी ढाबा संचालकों को नोटिस जारी किए थे ।
जिस पर गोंदिया जिला बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने ढाबों के औचक निरीक्षण हेतु साथ चलने की बात कही जिसके बाद एक्साइज विभाग ने 26 फरवरी शुक्रवार रात 8 से 10 के बीच औचक निरीक्षण दौरान गोंदिया के फूलचूर इलाके के रिलायंस पेट्रोल पंप निकट स्थित 3 ढाबों का औचक निरीक्षण किया इस दौरान एक ढाबे से शराब भरे पव्वे जब्त किए गए ।
आरोपी ढाबा संचालक पर आबकारी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत चालान किया गया , साथ ही ढाबे में बैठकर रंगे हाथों शराब पीते पकड़े गए मास्टर , बाबू , कंपाउंडर ऐसे 10 सफेदपोश ग्राहकों से इस बात का लिखित माफीनामा लिखवा कर उन्हें छोड़ा गया कि वह दोबारा ढाबों में बैठकर शराब नहीं पीयेंगे अन्यथा आबकारी विभाग उन पर नकेल कसेगा ओर कानूनी कार्रवाई करेगा ऐसे सख्त निर्देश दिए गए हैं।
औचक निरीक्षण में आबकारी विभाग के इंस्पेक्टर गायकवाड़ , सब इंस्पेक्टर उरकुड़े , पुलिस हवलदार डिब्बे ,ऊके, मेश्राम सहित गोंदिया जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक पाठक तथा पदाधिकारी क्रांति जायसवाल , पिंटू जायसवाल , राजेश ( काली) हसीजा आदि मौजूद रहे।
लाइसेंसी मक्खी मार रहे , ढाबे वाले मौज कर रहे
कोरोना काल के दौरान काफी वक्त तक बार , परमिट रूम , वाइन शॉप बंद रहे नतीजतन शराब के शौकीनों ने लत पूर्ति हेतु ढाबों- होटलों का रुख किया , तब से लेकर ढाबे गुलजार हैं और लाइसेंसी बार और परमिट रूम संचालक मक्खियां मार रहे हैं।
विशेष उल्लेखनीय के बार और परमिट रूम के बंद होने का वक्त निर्धारित है लेकिन ढाबों का कोई वक्त निर्धारित नहीं है यहां रात में ही नहीं दिन में भी आसानी से शराब मिल जाती है इसकी आड़ में पड़ोसी राज्यों की सस्ती और घटिया शराब भी ढाबों पर पहुंच रही है।
ऐसे में जिला बार एसोसिएशन का कहना है कि वह शासन को लाइसेंस की मोटी फीस अदा करने के बाद भी कमा नहीं पा रहे हैं तथा एक्साइज विभाग और पुलिस डिपार्टमेंट ढाबों पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रही इसी के चलते उन्होंने हाल ही में गोंदिया कलेक्टर से सभी बार और परमिट रूम के लाइसेंस वापस करने तक की बात तक कही थी , जिसके बाद अब ढाबा संचालकों पर कार्रवाई हो रही है तथा यह औचक निरीक्षण की मुहिम आगे भी जारी रहनी चाहिए।
-रवि आर्य
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