कोविड -१९ संबंधी जानकारी देने में कर रहे आनाकानी
नागपुर: भ्रष्टाचार विरोधी जनमन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने मनपा आरोग्य विभाग के अधिकारियो पर निजी अस्पतालों के दबाव में काम करने का आरोप लगाया। श्री अग्रवाल ने कहा की पिछले १ वर्ष से देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। महाराष्ट्र सरकार द्वारा समय समय पर जनता की
भलाई के लिए आदेश निकाले। परंतु दुर्भाग्य से उन आदेशों का पालन निजी हॉस्पिटलों ने नहीं किया और मरीज़ों से गैर कानूनी उगाही की है। महाराष्ट्र सरकार ने प्रदेश के सभी निजी हॉस्पिटलों के ८० % बेड सरकारी दर पर इलाज करने के लिए आरक्षित कर दी थी तथा सरकारी दर भी घोषित कर दी थी। हॉस्पिटल शेष बचे २०% बेड हॉस्पिटल अपनी दर पर इलाज करने के लिए
स्वतंत्र थे।परन्तु किसी भी निजी हॉस्पिटल ने सरकारी आदेश का पालन नहीं किया और पुरे प्रदेश में मनमाने तरीके से मरीज़ों से बिल की वसूली की है।२०% अन – आरक्षित श्रेणी में भी कई हॉस्पिटलों ने उनकी सामान्य दर से भी ज्यादा दरों से वसूली की है ऐसा देखने में आया है।
श्री अग्रवाल ने महापौर व मनपा आयुक्त को पत्र लिखकर शिकायत की है की उनके द्वारा सुचना के अधिकार के तहत नागपुर महानगर पालिका के आरोग्य विभाग से नागपुर महानगर पालिका के अंतर्गत आने वाले सभी निजी अस्पतालों में सरकारी दर पर जिन मरीजों का इलाज हुआ उनकी लिस्ट मांगी गयी थी। परंतु माहिती अधिकारी द्वारा यह कह कर मना कर दिया गया की मांगी गई जानकारी निजी स्वरूप की है अंतः उसे नहीं दिया जा सकता। जिसके बाद उन्होंने इसकी अपील प्रथम अपीलीय अधिकारी तथा आरोग्य अधिकारी (एस) के समक्ष की जिसमे उन्होंने अपना पक्ष प्रस्तुत करते हुए बताया की सरकारी दर पर जिन लोगों का इलाज हुआ है वे सभी योजना के लाभार्थी है अंतः उनकी सूचि उपलब्ध कराई जाये। मा आरोग्य अधिकारी (एस ) ने सुनवाई के दौरान बताया की नागपुर महानगर पालिका के पास ऐसी कोई भी लिस्ट उपलब्ध नहीं है। जिसके बावजूद
अपीलीय अधिकारी ने गोपनीयता की आड़ में माहिती उपलब्ध करने से मना कर दिया है। श्री अग्रवाल ने महापौर से अनुरोध किया है की आप स्वयम लिस्ट अगर विभाग के पास मौजूद है तो उसे बुला कर देखे और निर्णय ले।यह पूरा मामला निजी अस्पतालों द्वारा मरीजों से की गई लूट से संबंधित है। और मनपा का यह दाइत्व है की इस लूट की रक्कम मरीजों को वापस दिलाये ।
मनपा अतिरिक्त आयुक्त मा जलज शर्मा ने भ्रष्टाचार विरोधी जनमन को पत्र लिखकर जानकारी प्रदान की मनपा ने कुल 872 मरीजों के 17854892 /- रुपये की शिकायत में से 12790316 /- रुपये मरीजों को वापस दिलाने की कार्यवाही की
गई है इसके विपरीत मनपा ने ही माहिती अधिकार के तहत जानकारी दी है की मनपा ने 3657280 /- रुपये वापस करने के आदेश दिए जिसमे से अस्पतालों ने केवल 379377 /- रुपये ही वापस किये है। श्री अग्रवाल ने पूरी कार्यवाही पर सवाल करते हुए मांग की है की इस बाबत तत्काल मनपा समन्वय स्थापित कर योग्य कार्यवाही करे जिससे मरीजों को उनका पैसा वापस मिल सके।
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